Pravinkoodu Shappu Movie Explained in Hindi |Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Mystery Explained in Hindi |Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Script | Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Synopsis| Pravinkoodu ShappuMalayalam Movie Transcript
Pravinkoodu Shappu Movie Explained in Hindi |Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Mystery Explained in Hindi |Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Script | Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Synopsis| Pravinkoodu ShappuMalayalam Movie Transcript
हैलो Everyone आज हम एक्सप्लेन करने वाले हैं
हाल ही में आई एक कमाल की मूवी प्रवीण
कोडू शप्पू को जो कि आपका दिमाग घुमा देगी कहानी की शुरुआत एक वाइन
शॉप से होती है जहां हम एक आदमी की लाश को
लटकता हुआ देखते हैं अब यह आदमी कौन है
इसकी मौत कैसे हुई यह वाइन शॉप में आखिर
क्या कर रहा था और क्या कोई इस मिस्ट्री
को सुलझा पाएगा यह सब कुछ हम जानेंगे
हमारी आज की कहानी में खैर अब अगले दिन हम
इस कहानी के मेन लीड एक्टर संतोष को देखते
हैं जो कि एक पुलिस वाला है सुबह संतोष के
एक सीनियर उसे बुलाते हैं और कहते हैं कि
कल रात हमने जिस लाश को वाइन शॉप से बरामद
किया है उसके मर्डर केस को तुम ही
इन्वेस्टिगेट करोगे अब यहां यह वही लाश है
जिसे हमने कहानी की शुरुआत में देखा था यह
सब सुनकर संतोष कहता है कि सर मैं इस केस
को नहीं ले सकता असल में संतोष के पिताजी
उसकी मां को शराब के नशे में बहुत मारते
थे इस वजह से उससे शराब की स्मेल टोलरेट
नहीं होती थी और यही वजह थी कि वह इस केस
को लेना नहीं चाहता था क्योंकि केस के
सिलसिले में उसे वाइन शॉप के चक्कर
बार-बार लगाने होंगे पर यहां उसके सीनियर
कहते हैं कि उसका नाम डायरेक्टली डीएसपी
ने रिकमेंड किया है क्योंकि उसकी केस
सॉल्विंग स्किल्स काफी ज्यादा अच्छी थी अब
यहां एक बड़ा मौका था इस वजह से संतोष इसे
जाने नहीं दे सकता था इसलिए वह इस केस को
हैंडल करने के लिए मान जाता है फिर उस केस
को सॉल्व करने के लिए सबसे पहले संतोष
सुनील नाम के एक आदमी को पुलिस स्टेशन में
बुलाता है अब यहां संतोष तो एक होशियार
पुलिस वाला था जो सुनील की बॉडी लैंग्वेज
को देखकर यह समझ जाता है कि वह कोई आम
आदमी नहीं है और यह बात पूछने पर सुनील ही
एडमिट करता है कि वह कुछ समय पहले
सीआरपीएफ में एक ऑफिसर था पर इस समय वह एक
रियलस्टेट का बिजनेस कर रहा है इन सबके
बाद संतोष उससे पूछता है कि आखिर कल रात
उस शॉप पर क्या हुआ जिस पर सुनील कहता है
कि कल रात वो और कुछ लोग उस शॉप में
कार्ड्स खेल रहे थे तभी दो लोगों में
लड़ाई होने लगी और वह लड़ते हुए एक रूम
में पहुंच गए तभी अचानक उनकी नजर उस रूम
के रूफ पर पड़ी तो उनके होश उड़ गए वहां
रूफ पर उस शॉप के ओनर बाबू की लाश लटकी
हुई थी यह सुनने के बाद संतोष एक दूसरे
आदमी को थाने बुलाता है जो कि एक चोर था
संतोष पहले उसे थोड़ा डराता है ताकि वह सच
कहे और उसके बाद वह उससे भी उसी दुकान में
क्या हुआ इसके बारे में पूछता है जिस पर
वह आदमी उसी स्टोरी को आगे कंटिन्यू करके
बताता है कि लाश देखते ही उन लोगों ने उसे
नीचे उतारा था और वह उसे सीपीआर देने की
कोशिश करने लगे थे पर तब तक बहुत देर हो
चुकी थी यह सुनने के बाद अब संतोष दो
लोगों को बुलाता है और उनसे भी वही सवाल
पूछता है जिस पर वह एक बार फिर उसी स्टोरी
को कंटिन्यू करते हैं और आगे बताते हैं कि
सीपीआर से जब बात नहीं बनी तो सुनील ने
तुरंत उस मर्डर के बारे में पुलिस को
इन्फॉर्म किया था जिसके बाद सुनील ने सभी
के सामने कहा कि उस शॉप में आने के सिर्फ
दो ही रास्ते हैं और उन लोगों के अलावा
वहां से कोई भी आया गया नहीं है जिसका
मतलब है कि बाबू का मर्डर उस शॉप के अंदर
जितने भी लोग थे उन लोगों में से ही किसी
ने किया है जिस पर सभी लोग एक दूसरे को
देखकर यह सोचने लग जाते हैं कि आखिर यह
मर्डर किसने किया होगा व इतनी देर में
वहां पुलिस भी आ चुकी होती है और उनके साथ
संतोष भी आया हुआ था फिर उस जगह की पूरी
जांच करने के बाद संतोष अपने सीनियर से
कहता है कि वह एक आत्महत्या नहीं बल्कि
मर्डर है क्योंकि अगर वह आत्महत्या होती
तो किसी टेबल या चेयर पर बाबू के निशान
जरूर होते पर ऐसा नहीं है वहीं बाबू जिस
रस्सी पर लटका हुआ था उस पर ब्लैक पेंट
लगा हुआ था पर बाबू के हाथ पर कहीं भी
पेंट के निशान नहीं थे अब एक और बात यहां
क्लियर थी कि वह मर्डर चोरी के लिए भी
नहीं हुआ है क्योंकि उसकी शॉप का सारा
पैसा अभी भी वहीं है पर एक डायरी के कुछ
पेजेस फटे हुए थे जिससे यह साफ हो जाता है
कि शायद इस डायरी का कुछ ना कुछ रिलेशन
बाबू की मौत से जरूर है और यहां संतोष की
इस थ्योरी से सभी सेटिस्फाइड थे कि हां यह
सही कह रहा है खैर अब यहां से सीन वापस
फ्लैशबैक में जाता है जहां हम कन नाम के
एक आदमी को देखते हैं जो कि बाबू की शॉप
पर काम किया करता था उस रात जब वह दुकान
में मौजूद सभी लोगों को वहां से निकाल रहा
था तब लास्ट में सिर्फ वह 11 लोग ही रह गए
थे जो गेम खत्म होने से पहले वहां से जाना
नहीं चाहते थे अब यहां से सीन वापस
प्रेजेंट में शिफ्ट होता है जहां संतोष
मैरिंडा नाम की लड़की को थाने में बुलाता
है अब मैरिंडा काफी खूबसूरत होती है इस
वजह से संतोष उसे देखकर उससे अट्रैक्ट हो
जाता है असल में मैरिंडा कनन की बीवी थी
पर इस समय वह कल्याणी जो कि बाबू के ही
दुकान में काम करने वाले सिलवियन की बीवी
थी उसके घर में रह रही थी अब यहां मैरिंडा
बताती है कि कनन अपाहिज है पर वह लोग एक
दूसरे से बहुत प्यार करते थे इसी वजह से
उन्होंने शादी कर ली थी पर मैरिंडा सुंदर
थी इसी वजह से गांव के सभी लोग उसके
अफेयर्स के बारे में बात किया करते थे एक
दिन मैरिंडा वाइन शॉप पर आई और कनन को
छोड़कर बाबू से बात करने लगी जो देखकर सभी
लोग कनन पर हंसने लगे कि यह तेरी बीवी है
और बाबू से बात कर रही है मतलब इन दोनों
में जरूर चक्कर चल रहा होगा तब इन सब से
कनन को बहुत गुस्सा आया और वह मरिंडा को
मारने लगा फिर कनन के शक्की नेचर की वजह
से वो मरिंडा को हर अगले दिन मारा करता था
जिस वजह से वह अपनी दोस्त कल्याणी के पास
जाकर रहने लगी थी अब यह सब जानने के बाद
जब संतोष ने कनन को थाने में बुलाया तो वह
कहने लगा कि बाबू एक ठरकी आदमी था वह
जानकर लोगों की बीवियों से अफेयर करता था
और सिर्फ उसकी बीवी ही नहीं बल्कि
सिल्वियन की बीवी कल्याणी का भी बाबू से
अफेयर था पर सिलवियन इस बात को हमेशा
अनदेखा किया करता था खैर अब यह बात थोड़ी
अजीब थी क्योंकि जब संतोष ने मैरिंडा से
उसके अफेयर के बारे में पूछा था तो उसने
साफ मना कर दिया था पर इन सबके बाद भी
संतोष का सारा शक कनन पर ही था क्योंकि
वही एक था जिसके पास प्रॉपर एक वजह थी
बाबू को मारने की इसी वजह से अगले दिन
संतोष कन को फिर से थाने में बुलाता है और
उससे कहता है कि जिस रस्सी से बाबू का
कत्ल हुआ है वह तुम ही लाए थे ना जिस पर
करन कहता है कि दुकान का सारा सामान लगभग
मैं ही लेकर आता हूं और यहां तक कि बाबू
तो उससे कुछ नशीली दवाइयां भी मंगवाता था
अब यह सब सुनने के बाद यह केस काफी ज्यादा
उलझ चुका था खैर यहां से अब सीन थोड़ा
पास्ट में जाता है जब उन लोगों को बाबू की
लाश मिली थी उस समय भी सभी लोग कनन पर ही
शक कर रहे होते हैं पर तभी कनन कहता है कि
तुम सब ने देखा कि मैं सभी को शराब देने
के बाद यहीं बैठ गया था और तुम्हारी तरह
मैंने बाबू को भी शराब दी थी तो अब जब मैं
तुम लोगों के साथ ही बैठा था तो आखिर मैं
बाबू को कैसे मार सकता हूं यह सब सुनकर सब
लोग कहते हैं कि बात तो सही है तब से कनन
हमारे साथ ही बैठा है तो यह पॉसिबल नहीं
है इस तरह जब प्रेजेंट में भी संतोष बाकी
लोगों से कनन के बारे में पूछता है तो वह
यही कहता है कि कनन हर समय हमारे ही साथ
था फिर इन सबके बाद अब क्लू की तलाश में
संतोष एक बार फिर मैरिंडा से मिलने के लिए
जाता है यहां वह उसे थोड़ा फ्लड करता है
तभी अचानक मैरिंडा उसे बताती है कि कत्ल
के रात वाले दिन जब वह अपने घर से बाहर आई
थी तब उसने वाइन शॉप के बाहर एक आदमी को
देखा था जिसके बाल बहुत कम थे अब यह सुनकर
जब संतोष उससे और सवाल करता है तो वह कहती
है कि उसे एक काम के लिए ₹5000 की जरूरत
है यहां असल में मैरिंडा संतोष को
इंफॉर्मेशन देने के लिए इनडायरेक्टली घस
मांग रही थी जो सुनकर संतोष को थोड़ा
गुस्सा आ जाता है और वह उसे कहता है कि
मैं खुद ही सच का पता लगा लूंगा यह कहकर
वह चला जाता है फिर वह वापस थाने में आकर
करन से पूछताछ करता है जिस पर कर्नल उसके
सामने एक बात रिवील करता है वह बताता है
कि कुछ समय पहले जिस जॉय नाम के आदमी की
लाश तालाब से मिली थी उसे बाबू ने ही मारा
था असल में बाबू और जॉय की एक बहुत बड़ी
लड़ाई हो गई थी जिसमें बाबू ने जॉय को मार
डाला था पर क्योंकि बाबू के बहुत ज्यादा
पॉलिटिकल कनेक्शंस थे इसी वजह से पुलिस ने
बाबू को कुछ भी नहीं किया था यह सब सुनकर
संतोष एक बार फिर इस बारे में और
इन्वेस्टिगेशन करता है पर उसे फिर भी कोई
क्लू नहीं मिलता मई अब उसे उसी सुनील पर
शक होने लगता है क्योंकि इस तरह से बिना
एक भी क्लू छोड़े किसी को मारना मुश्किल
था वह अस्यूम करता है कि हो सकता है कि
सुनील का कोई आदमी पिछले रास्ते से अंदर
गया हो और आखिर में सब दरवाजे चेक करने के
बहाने उसने उस आदमी को बाहर निकाल दिया हो
यानी यह एक प्लंड मर्डर था अब यह पॉसिबल
तो था पर सुनील के खिलाफ संतोष के पास कोई
प्रूफ नहीं थे तो आखिर वह यह सब साबित
कैसे करेगा वो यह सब सोच ही रहा होता है
कि तभी वहां उसका सीनियर आ जाता है और वह
संतोष से कहता है कि अगर उसे यह केस सॉल्व
नहीं हो पा रहा तो अभी बता दे क्योंकि अब
उसके पास उसे देने के लिए और वक्त नहीं है
पर अब यह केस तो संतोष को सॉल्व करना ही
था इन सबके बाद अब संतोष एक बार फिर
मैरिंडा के पास जाता है और उसे कहता है कि
वह उसे बता दे कि आखिर उसने क्या देखा था
उस रात जिस पर मरिंडा कहती है कि उस रात
उसने दो लड़कों को उस दुकान के बाहर देखा
था जिसमें से एक की हाइट बहुत ज्यादा थी
पर वह दोनों इतने अंधेरे में वहां खड़े थे
कि उसे ठीक से कुछ भी दिखा नहीं अब जब यह
सारी बातें संतोष को पता चलती है तो वह
मेरिंडा को थैंक्स कहता है यहां मैरिंडा
कहती है कि उस दिन ₹5000 उसने उसे इसलिए
मांगे थे क्योंकि उसे घर का रेंट भरना था
पर संतोष ने उसे गलत वे में ले लिया अब यह
सब सुनकर संतोष उससे माफी मांगता है और
चला जाता है वहीं दूसरी तरफ कनन सुनील से
मिलने के लिए आता है और वह उसे बताता है
कि एक रात जब वह दुकान पर वापस आ रहा था
तब उसने देखा कि बाबू जॉय को मारकर उसकी
लाश ठिकाने लगा रहा है और जब बाबू ने कनन
को देखा तो वह उसे धमकाने लगा कि अगर उसने
किसी को भी इस बारे में बताया तो वह उसे
मार देगा इसी वजह से कनन घबरा जाता है और
वह किसी को कुछ भी नहीं बता पाता अब
प्रेजेंट में जब सुनील को यह बात पता चलती
है तो वह हैरान हो जाता है वह कहता है कि
जॉय का सौतेला बेटा उसके पिता के हत्यारे
को कब से ढूंढ रहा है जिस पर कनन यहां एक
बड़ा सीक्रेट रिवील करता है और वह यह था
कि जॉय का सौतेला बेटा और कोई नहीं बल्कि
संतोष ही था यह सब जानकर सुनील कहता है कि
हो सकता है कि संतोष ने ही बाबू को मारा
हो अपने पिता का बदला लेने के लिए और अब
यह भी एक वैलिड पॉइंट था इसी वजह से वह यह
सोचने लगते हैं कि आखिर संतोष ने बाबू को
कैसे मारा होगा और अब वह जानकर इस केस की
जांच कर रहा है क्योंकि वह इस केस को
गुमराह करना चाहता है यही सब वो लोग सोच
रहे होते हैं इन सबके बाद अब सुनील और करन
संतोष के खिलाफ सबूत ढूंढने लगते हैं और
उन्हें उस वाइन शॉप के पीछे संतोष की
सिगरेट भी मिल जाती है जिससे उनका शक पूरा
यकीन में बदल जाता है कि मर्डर संतोष ही
कर सकता है वहीं संतोष मेरिंडा के पास उसे
इंप्रेस करने में लगा होता है और मैरिंडा
भी उससे इंप्रेस हो जाती है खैर अब उसी
रात अचानक मैरिंडा संतोष को कॉल करती है
और उसे घबराते हुए बताती है कि उसकी जान
खतरे में है कोई उसे मारने के लिए घर पर
आया है अब उस समय संतोष आधे कपड़ों में
होता है पर इमरजेंसी कंडीशन होने की वजह
से वह वैसे ही मरिंडा के घर पर आ जाता है
पर तब तक वह किलर वहां से जा चुका था और
तभी संतोष नोटिस करता है कि मेरिंडा के घर
के बाहर बहुत बड़े जूतों के फुटप्रिंट्स
हैं जिससे उसे सुनील पर शक होता है
क्योंकि वही था जो इतने बड़े जूते पहनता
था इन सबके बाद अब दोबारा ऐसा कुछ ना हो
इसी वजह से संतोष मेरिंडा के घर के बाहर
ही पहरा देने लगता है व दूसरी तरफ हम कनन
को देखते हैं जो एक रस्सी लेकर सुनील के
पास आया था असल में वह लोग बाबू की मौत को
रिक्रिएट करने वाले थे पर यहां कनन बहुत
जख्मी हालत में था वह सुनील को बताता है
कि वहां आते समय उसका एक बस से एक्सीडेंट
हो गया था खैर इसके बाद अब वह लोग बाबू की
दुकान में जाते हैं जहां सुनील को दीवार
पर एक होल दिखाई देता है और वह रस्सी को
उसमें से डाल देता है इसके कुछ ही देर बाद
एक पुलिस कांस्टेबल संतोष को कॉल करके
बताता है कि सर आप जल्दी से बाबू की दुकान
पर आ जाइए क्योंकि यहां पर एक और लाश मिली
है यह सुनकर संतोष तुरंत वहां पहुंच जाता
है और लाश देखकर उसके होश उड़ जाते हैं
क्योंकि वहां तो सुनील की लाश थी अब यहां
एक बार फिर उसे कुछ भी समझ नहीं आता
क्योंकि कल सुबह ही वह सुनील को पकड़ने के
लिए जाने वाला था पर सुनील तो उससे पहले
ही मर चुका है फिर यहां से स्पैचची द
मर्डर केस के कुछ राज सामने आने लगते हैं
और सीन थोड़ा फ्लैशबैक में जाता है यह वह
वक्त था जब कनन और सुनील बाबू की वाइन शॉप
में रस्सी डाल रहे थे यहां सारी जांच करते
समय सुनील कनन से कहता है कि अगर कोई आदमी
इस होल से रस्सी डाले और बाहर से दूसरा
इंसान इस रस्सी को खींचकर वहां से भाग जाए
तो उसे कोई भी पकड़ नहीं पाएगा और वह लोग
जिसे मारना चाहते हैं वह भी लटक कर मर
जाएगा फिर वो कहता है कि कनन तुमने और
मेरिंडा ने ही मिलकर यह सब किया है ना
क्योंकि वही है जिसे दुकान के बारे में
सारी जानकारी है और मेरिंडा का घर इतने
पास है कि वह तुरंत वहां जाकर छुप सकती है
यह सब सुनकर कनन घबरा जाता है और सुनील पर
ही अटैक कर देता है फिर जब सुनील बुरी तरह
से घायल हो जाता है तो वह कनन से पूछता है
कि आखिर तुमने यह सब क्यों किया जिस पर
कनन उसे बताता है कि उस समय जब बाबू ने
जॉय को मारा था तब कनन यह सब सुनील को ही
बताने की कोशिश कर रहा था तब उसे बाबू ने
देख लिया था इसी वजह से उसी रात उसने कनन
के घर पर आकर उसे और मेरिंडा को बहुत मारा
और उस समय मेरिंडा प्रेग्नेंट थी इसी वजह
से उसकी तबीयत खराब हो गई और अगले दिन
उसका अबॉर्शन होने से उन लोगों ने अपना
बच्चा गवा दिया इन सबके बाद से ही अब
कन्नन और मैरिंडा इसी मौके की तलाश में थे
कि कब वह अपने बच्चे की मौत का बदला ले
सके इसी वजह से उस रात जब बारिश हो रही थी
तब उन लोगों ने मिलकर बाबू को मारने का
प्लान बनाया तन ने बिल्कुल जादूगर की तरह
पूरी महफिल सजाई और सभी को कार्ड्स खेलने
में लगा दिया उसके बाद जब बाबू बेहोश हो
गया तब उसने मेरिंडा की मदद से उस काली
रस्सी को खींचा और उसे मरवा दिया यहां
अंधेरा होने की वजह से किसी ने भी उस
रस्सी को नहीं देखा और इस तरह बिना कोई
क्लू छोड़े उसने अपना पूरा काम कर दिया था
यह सब सुनकर सुनील कहता है कि अब तुम्हें
और मरिंडा को मुझे यहीं छोड़कर भाग जाना
चाहिए इसी वजह से कनन इस शॉप को आग लगाकर
वहां से भाग जाता है फिर वह भागते हुए
सीधा अपने घर पर जाता है और मैरिंडा से
मिलता है पर उस समय तक संतोष भी वहां आ
गया था तब मैरिंडा कनन को वहां से भाग
जाने के लिए कहती है और इसी बीच संतोष
गोली चला देता है क्योंकि उसे लगा था कि
शायद वह किलर मैरिंडा को मारने के लिए आया
है असल में पहले तो मैरिंडा ने संतोष को
जो भी बताया था वह सब कुछ उसे गुमराह करने
के लिए कहा था पर अब प्रेजेंट में वह गोली
मरिंडा को ही लग जाती है जिससे मेरिंडा की
हालत खराब हो गई थी खैर अब अगले दिन जब
मेरिंडा की आंख खुलती है तो वह हॉस्पिटल
में होती है और यहां संतोष उसे कहता है कि
बाबू और सुनील का कातिल पकड़ा जा चुका है
जिसका मतलब था कि कनन को उसने पकड़ लिया
है पर वह उसके साथ ही साथ यह भी कहता है
कि उसका साथ किसने दिया वह आदमी अभी तक
पकड़ा नहीं गया है फिर वह अचानक से आकर
मेरिंडा का हाथ पकड़ लेता है जिसका मतलब
था कि उसे यह भी बात पता है कि उस मर्डर
के आधे हिस्सेदार मैरिंडा भी है पर शायद
कनन ने सारा गुनाह अपने ऊपर लेकर मैरिंडा
को छोड़ देने के लिए कहा था इसी वजह से
संतोष मैरिंडा को जाने देता है यहीं पर यह
कमाल की मर्डर मिस्ट्री खत्म होती है
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