Jaat Movie 2025 Script/Synopsis/Transcript

 Jaat Movie 2025 Sunny Deol


हैलो Everyone आप सभी का हमारे चैनल में स्वागत हैं आज हम जाट मूवी को एक्सप्लेन करेंगे तो इस जाट मूवी की स्टार्टिंग होती है श्रीलंका से और श्रीलंका के घने जंगलों के अंदर हम श्रीलंकन आर्मी को देखते हैं जिनके साथ इस टाइम पर श्रीलंका के कई सारे लेबर्स होते हैं यानी कि मजदूर लेकिन दोस्तों इन्हीं सारे मजदूरों में हम यह नोटिस करते हैं कि इन सबके बीच ही यहां पर मूवी का मेन विलेन भी होता है यानी कि रणदीप हुड्डा हम यह जानते हैं कि रणदीप हुड्डा भी यहां पर एक मजदूर है और वह यहां पर अपने तीन भाइयों के साथ होता है इसके साथ ही रणदीप हुड्डा का मूवी के अंदर नाम होता है राणा तंगा और इसी राणा तंगा का यानी कि रणदीप हुड्डा का मूवी के अंदर एक भाई विनीत कुमार सिंह भी होता है और विनीत कुमार सिंह का इस मूवी में नाम होता है सोलू अब यहां पर हम यह देखते हैं कि इन सारे मजदूरों को श्रीलंकन आर्मी के जिन सारे सोल्जर्स ने बुलाया होता है वो इन सभी से यहां जंगलों में खुदाई करवाते हैं और उनसे कुछ ढूंढने को कहते हैं क्योंकि इनके पास यह खबर होती है कि यहां पर कई सारी कीमती चीजें छुपी हुई हैं और इसीलिए हम यह देखते हैं कि खुदाई करने के दौरान रणदीप हुड्डा यानी कि राणा तंगा और उसके तीन भाइयों को यहां पर एक बहुत बड़ा बॉक्स मिलता है एक ऐसा बॉक्स जो कि बहुत सारे सोने से भरा हुआ होता है और इसीलिए सोने से भरे हुए इस बॉक्स को देखकर राणा तुंगा अपने भाइयों के साथ यह डिसाइड करता है कि वो चारों मिलकर इस सारे सोने को लेकर यहां से भाग जाएंगे और फिर ऐसा करने के लिए वो चारों मिलकर आसपास के सारे सोल्जर्स पर अटैक कर देते हैं और उनकी गंस छीनकर उन्हें ही मारने लगते हैं और फिर वो लोग किसी तरह से बचते हुए उस पूरे सोने से भरे हुए बक्से को उठाते हैं एंड पास के एक शिप को लेकर सीधा वहां से निकल जाते हैं और पानी के रास्ते श्रीलंका से होते हुए सीधा इंडिया के आंध्र प्रदेश आ जाते हैं आंध्र प्रदेश आने के बाद ही वह सबसे पहले अपने बॉक्स को छुपाते हैं लेकिन अपने सोने के बॉक्स को छुपाने के बाद जब वो थोड़ा आगे बढ़ते हैं तब उन्हें उस एरिया के लोकल पुलिस ऑफिसर्स पकड़ लेते हैं एंड वो उन्हें थाने लेकर जाते हैं थाने लाने के बाद ही उन्हें पता लगता है कि वो चारों असल में श्रीलंकनंस हैं जो कि पानी के रास्ते श्रीलंका से इंडिया भाग कर आ गए हैं लेकिन अब वो पुलिस वाले उन सबको वापस श्रीलंका ना भेज दें इसके लिए राणा तंगा एंड उसके तीनों भाई मिलकर उस पुलिस ऑफिसर को काफी सारा सोना देते हैं जिसके बाद उस सोने की लालच में आकर वह पुलिस ऑफिसर राणा तंगा एंड उसके तीनों भाइयों को इंडिया में रहने देता है और तो और उन्हें इंडियन सिटीजन बनाने के लिए वो उनके लिए आईडीज भी बनवा देता है एंड फिर इसीलिए इसके आगे हम यह देखते हैं कि राणा तुंगा अपने तीनों भाइयों के साथ मिलकर आंध्र प्रदेश के उसी कोस्टल एरिया में रहने लगता है और धीरे-धीरे करके आसपास के सारे गांव के ऊपर अपना दबदबा बना लेता है और इस दौरान जो भी राणा तुंगा को रोकने की कोशिश करता है या फिर उसके खिलाफ जाता है उसे राणा तुंगा अपने भाइयों के साथ मिलकर खत्म कर देता है और फिर इसीलिए देखते ही देखते राणा तुंगा का आसपास के 30 गांव पर कब्जा हो जाता है और इस 30 के 30 गांव के सारे लोग राणा तुंगा से डरने लगते हैं लेकिन फिर दोस्तों इसके बाद ही सीन शिफ्ट होता है और हम यह देखते हैं कि अब 15 साल बीत चुके हैं 15 साल बाद हमें सीधा नई दिल्ली का नजारा दिखता है और इस टाइम पर यहां पर हम इंडिया के प्रेसिडेंट को देखते हैं जिनका नाम होता है प्रेसिडेंट वसुंधरा हम यह देखते हैं कि प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया को जल्दी से उसके ऑफिस बुलाया जाता है और जब वह ऑफिस आती है तब उसे एक कूरियर दिया जाता है और कूरियर उसके हाथों में देते हुए उसे यह बताया जाता है कि उस कूरियर को उसे जरूर देखना चाहिए इसके बाद ही प्रेसिडेंट जैसे उस कूरियर को खोलती है वैसे ही वह यह देखती है कि उस कूरियर के अंदर कई सारे लोगों के कटे हुए अंगूठे रखे हुए हैं साथ ही साथ उसके अंदर एक लेटर भी होता है जिस लेटर को एक 7 आठ साल की बच्ची ने लिखा होता है इसके बाद ही प्रेसिडेंट उस लेटर को पढ़ना स्टार्ट करती है जिसके बाद ही उस लेटर को पढ़ के उसे पता लगता है कि यह लेटर आंध्र प्रदेश के कोस्टल एरियाज में रहने वाले एक छोटे से गांव की एक छोटी सी बच्ची ने लिखा है जो कि लेटर में प्रेसिडेंट से कहती है कि वो और उसका पूरा गांव बहुत बड़ी मुसीबत में है और उसने अपनी स्कूल की बुक्स के अंदर यह पढ़ा था कि प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया पूरे इंडिया में सबसे पावरफुल होते हैं और इसीलिए वो जो चाहे वो कर सकते हैं एंड इसी वजह से वो प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया से यह गुहार लगा रही है कि वो जल्दी से उसके गांव आए एंड उसके गांव वालों की हेल्प करें और प्रेसिडेंट को उसके पूरे गांव को मुसीबत से निकालना ही होगा इसके साथ ही इस कूरियर बॉक्स के अंदर उसके गांव के भाई अपना अंगूठा भेज रहे हैं और अगर प्रेसिडेंट उनके गांव के लोगों की हेल्प नहीं करती है तो फिर अब बहुत ही जल्द उसके गांव के सारे भाई मिलकर अगली बार अपना सर काटकर प्रेसिडेंट को भेजेंगे अब इस लेटर को पढ़कर प्रेसिडेंट को काफी शॉक लगता है क्योंकि वो यह देखती है कि इस गांव की बच्ची को प्रॉब्लम तो बहुत बड़ी है लेकिन इस बच्ची की एंड उसके पूरे गांव की मदद ना तो पुलिस ने की और ना ही आंध्र प्रदेश के लोकल गवर्नमेंट ने और इसी वजह से इस बच्ची को सीधा प्रेसिडेंट से हेल्प मांगनी पड़ रही है लेकिन इसके साथ ही प्रेसिडेंट यह बात भी समझ जाती है कि उस गांव के अंदर जो भी कुछ मैटर चल रहा है वो काफी बड़ा मैटर है और फिर इसीलिए प्रेसिडेंट सीबीआई के एक सीनियर ऑफिसर को बुलाती है जिसका नाम सत्यमूर्ति होता है एंड वह सत्यमूर्ति को यह सारी बातें बताती है और उसे स्पेशल पावर्स देके सीधा उस गांव जाने को कहती है ताकि सत्यमूर्ति उस गांव में जाकर सारी सच्चाई का पता करें और इन सबके बारे में उसे आकर बताएं लेकिन दोस्तों अब इसके बाद ही सीन शिफ्ट होता है और हम सीधा उसी गांव को देखते हैं जिस गांव से प्रेसिडेंट को चिट्ठी आई थी यहां इस गांव के अंदर हम यह देखते हैं कि जिन 101 लड़कों ने अपना अंगूठा काट के प्रेसिडेंट को भेजा था उन सभी को राणा तंगा एंड उसके आदमियों ने जान से मार दिया है लेकिन इसी टाइम पर इस गांव के पुलिस स्टेशन में एक नई सब इंस्पेक्टर आती है जिसका नाम होता है विजय लक्ष्मी और इस विजय लक्ष्मी को जैसे इन सारे मर्डर्स के बारे में पता लगता है वैसे ही वह जल्दी से गांव में आती है और गांव के लोगों से इस बारे में इंक्वायरी करती है जिसके बाद गांव के लोगों को भरोसा देने के बाद उसे पता लग जाता है कि एक्चुअल में इन सारे लोगों को मारने के पीछे राणा तंगा का हाथ है और फिर इसीलिए इस बात को जानते ही विजय लक्ष्मी जल्दी से अपनी पुलिस फोर्स टीम को तैयार करती है एंड सभी को लेकर राणा तंगा को अरेस्ट करने के लिए उसके घर जाती है लेकिन दोस्तों यहां पर हम यह देखते हैं कि इस टीम के अंदर जितने भी मेल ऑफिसर्स होते हैं वो सब के सब राणा तुंगा का नाम सुनते ही डर जाते हैं और इसीलिए वो विजय लक्ष्मी के साथ जाने से मना कर देते हैं एंड वहां से भाग जाते हैं लेकिन फीमेल ऑफिसर्स विजय लक्ष्मी का साथ देती हैं और फिर इसीलिए हम यह देखते हैं कि सात आठ फीमेल पुलिस ऑफिसर्स एसआई विजय लक्ष्मी के साथ मिलकर सीधा राणा तुंगा के घर जाते हैं और वहां पर उसे अरेस्ट करने की कोशिश करते हैं लेकिन वहां पर उस सब की मुलाकात राणा तुंगा की वाइफ से होती है जिसका नाम होता है भारती और यहां पर राणा तुंगा की वाइफ भारती को जैसे ही यह पता लगता है कि यह सारी फीमेल ऑफिसर्स उसके पति राणा तंगा को अरेस्ट करने आए हैं तब उसी टाइम पर वो राणा तंगा के गुंडों से कहकर उन सारी पुलिस ऑफिसर्स को पकड़वा लेती है और एक-एक करके उन सारी पुलिस ऑफिसर्स के कपड़े फड़वा देती है और उन सब की सबको अपने घर के एक कमरे में कैद करवा देती है जिसके बाद यह सारी की सारी फीमेल पुलिस ऑफिसर्स अपनी हालत देखकर रोने लगती है और ऐसे किसी आदमी का इंतजार करने लगती है जो कि वहां पर आकर उन सबको छुड़ा सके लेकिन फिर इसके बाद यह सीन शिफ्ट होता है और हम मूवी के मेन कैरेक्टर यानी कि सनी देओल को देखते हैं हम देखते हैं कि इस टाइम पर सनी देओल अयोध्या में होता है और इसीलिए वह अयोध्या से सीधा एक ट्रेन पकड़ता है और ट्रेन के जरिए इंडिया में घूमने के लिए निकल जाता है लेकिन दोस्तों जब सनी देओल की यह वाली ट्रेन आंध्र प्रदेश तक पहुंचती है तब उसी टाइम पर ट्रेन के आगे की पटरी में कुछ दिक्कत आ जाती है और फिर इसीलिए जिस ट्रेन के अंदर सनी देओल होता है उस ट्रेन को पटरी पर ही रोक दिया जाता है लेकिन अब क्योंकि सनी देओल को काफी तेज भूख लगती है इसीलिए वह खाना खाने के लिए ट्रेन से नीचे उतरता है और आसपास देखने लगता है जिसके बाद ही उसे पास में एक ढाबा दिखता है जहां पर जाकर वो इडली खरीदता है और उसे खाने लगता है लेकिन इसी टाइम पर हम ये देखते हैं कि उस ढाबे के अंदर और भी कई सारे गुंडे आते हैं और वो लोग उस ढाबे के अंदर खाना खाने के बहाने तोड़फोड़ करने लगते हैं और इसी दौरान उनमें से एक गुंडे के हाथ से सनी देओल की इडली गिर जाती है जो देखकर सनी देओल को अच्छा नहीं लगता है और फिर इसीलिए सनी देओल यानी कि जाट सीधा उस गुंडे के पास जाता है एंड वो उसे बताता है कि उसका धक्का लगने की वजह से उसकी इडली गिर गई है और इसीलिए वो यह चाहता है कि वो ऐसा करने के लिए उससे माफी मांगे लेकिन जाट की बात सुनके वह गुंडा उस पर हंसने लगता है एंड वह जाट को चुपचाप से वहां से जाने के लिए कहता है अब यह देखकर जाट को बहुत गुस्सा आता है और इसीलिए वह उस गुंडे को जोर से चाटा मारता है जिस वजह से वो गुंडा और उसके सारे साथी जाट पर हमला कर देते हैं लेकिन जाट तो जाट है और इसीलिए वो उन सारे गुंडों को पीट देता है और जिसने उसकी इडली गिराई थी उससे माफी मांगने के लिए कहता है लेकिन वो गुंडा जाट को अपने बॉस की धमकी देता है और वो उससे कहता है कि हमारा बॉस राम सुपर रेड्डी है जो कि बहुत ही खतरनाक और पावरफुल इंसान है बट यह सुनकर जाट उससे कहता है कि अगर ऐसी बात है तो तेरा बॉस मुझसे सॉरी बोलेगा और फिर यह बोलने के बाद वह उन सारे गुंडों को उन्हीं की गाड़ी में लोड करता है और सीधा राम सुबह रेड्डी के घर जाता है अब आगे हमें पता लगता है कि यह रास सुब रेड्डी आसपास का एक लोकल पॉलिटिशियन है जिसकी पूरे एरिया में काफी पावर है इसके साथ ही जब जाट इसके घर पहुंचता है तब वो यह देखता है कि इसके घर में पैसों से भरे हुए बहुत सारे बॉक्सेस रखे हैं और उन पैसे के बॉक्सेस को गाड़ियों में लोड करके कहीं पर भेजा जा रहा है लेकिन इसके बाद ही वो रामसुब रेड्डी के घर में एंटर होता है और रामसुभा रेड्डी को उसके गुंडे दिखाकर सारी बात बताता है एंड फिर वो उससे कहता है कि अब वो उसे सॉरी बोलेगा लेकिन रामसुबा रेड्डी को ये देखकर बहुत गुस्सा आता है और इसीलिए वो सॉरी बोलने की बजाय उस पर अपने गुंडे छोड़ देता है लेकिन जाट रामसुबा रेड्डी के भी सारे गुंडों को पीट देता है और उसके बाद ही वो रास सुब रेड्डी को भी मारता है लेकिन फिर इसके बाद भी रामसुबा रेड्डी जाट को सॉरी नहीं बोलता एंड वो उसे अपने बॉस की धमकी देता है और उसके बॉस का नाम होता है सोमोलू और जैसे कि दोस्तों आपको पता है कि सोमोलू वही बंदा है जो कि रणदीप हुड्डा का यानी कि राणा तंगा का छोटा भाई है अब सोमूलो का नाम सुनते ही जाट उससे कहता है कि अब उससे सोमोलू सॉरी बोलेगा और फिर ऐसा करने के लिए वो रामसुब रेड्डी एंड उसके गुंडों को गाड़ी में लोड करता है और उन सबको लेकर सीधा सोमूलो के पास आता है हम यह देखते हैं कि सोमूलो इस टाइम पर एक सरकारी ऑफिस में होता है जहां पर उसने अपने गुंडों के साथ मिलकर उस ऑफिस के सारे ऑफिसर्स को वहां पर बिठा रखा होता है और उनसे जबरन फेक स्टैंप पेपर्स तैयार करवा रहा होता है साथ ही उन पेपर्स पे नकली स्टैंप और नकली साइन भी लगवा रहा होता है लेकिन अगले ही पल वहां पर जाट आता है एंड वह उसे सॉरी कहने के लिए कहता है लेकिन सब की तरह सोमोलू भी उस पर हंसता है एंड वह उस पर अटैक कर देता है जिसके रिस्पांस पर जाट उसके भी गुंडों को पीटता है और आखिर में सोमोलू को पीट-पीट कर उससे कहता है कि वो जल्दी से उसे सॉरी कह दे लेकिन इसके बाद ही सोलू जाट से कहता है कि उसे पता नहीं है कि उसका भाई कौन है उसका भाई है राणा तंगा और दोस्तों अब जैसे ही जाट राणा तंगा का नाम सुनता है वैसे ही वो कहता है कि अब मुझसे राणा तंगा सॉरी बोलेगा और फिर इसके लिए वो सोमलू और पुराने गुंडों को गाड़ी में लोड करता है और सीधा आ जाता है राणा तुंगा के घर के अंदर घर आने के बाद ही सोमोलू अपने बड़े भाई राणा तुंगा को बुलाता है जिसके बाद जाट उसे पूरी वारदात बताता है और आगे वह राणा तंगा से कहता है कि अब वो जल्दी से उसे सॉरी कह दे जाट की बातें सुनकर राणा तंगा उसे सॉरी कह देता है अब राणा तंगा के मुंह से सॉरी सुनकर सारे लोग काफी शॉक हो जाते हैं लेकिन जो जाट होता है वो इस बात को सुनकर काफी खुश होता है और स्माइल करते हुए वहां से जाने लगता है लेकिन वहां से जाने के टाइम भी वो ये नोटिस करता है कि इस टाइम पर राणा तंगा के घर के अंदर कई सारे पुलिस ऑफिसर्स की फटी हुई वर्दी पड़ी है और फिर इसीलिए जाट जैसे उन यूनिफार्म्स को पास से देखता है तब उनकी नेमप्लेट्स को पढ़ के उसे यह पता लगता है कि यह सारी पुलिस यूनिफार्म फीमेल ऑफिसर्स की है लेकिन जाट के ये सब देखने की वजह से राणा तंगा उससे कहता है कि तुम्हें यहां पर मुझसे सॉरी चाहिए था और मैंने तुम्हें सॉरी बोल दिया है इसीलिए अब तुम यहां से चुपचाप निकल जाओ लेकिन जाट राणा की बात नहीं मानता एंड वो उससे कहता है कि वो जब से इस गांव के अंदर आया है तब से उसने काफी अजीब चीजें देखी है जैसे कि सबसे पहले राम सुपर एडी जो कि एक लोकल पॉलिटिशियन है उसके घर में पैसों से भरे हुए बहुत सारे बड़े-बड़े बॉक्सेस थे जिन्हें वो कहीं पर भेज रहा था इसके साथ ही जो सोमोलो था वो भी एक सरकारी ऑफिस के अंदर बहुत सारे फेक स्टैंप पेपर्स बनवा रहा था और अब यहां आकर उसने यह देखा है कि यहां पर कई सारे फीमेल ऑफिसर्स के कपड़े पड़े हैं एंड इसीलिए यह सब देखकर वह यह समझ चुका है कि यहां पर कुछ ना कुछ तो बहुत गड़बड़ है और इस टाइम पर राणा तुंगा ने अपने घर में कई सारी फीमेल ऑफिसर्स को छुपा कर रखा है अब यह बोलने के बाद ही जाट उसके घर में खोजबीन करने लगता है जिसके बाद ही उसे राणा तंगा के घर के एक कमरे के अंदर सब इंस्पेक्टर विजय लक्ष्मी एंड उसके साथी ऑफिसर्स मिलती हैं और उनके मिलते ही जाट सबसे पहले उन्हें उनकी यूनिफार्म देता है और उन सभी को वहां से अपने साथ ले जाने लगता है जब जाट वहां से उन लड़कियों को ले जा रहा होता है तब उस टाइम पर इराण ततंगा उसे कहता है कि अगर वह इन सबको अपने साथ ले जाना चाहता है तो शौक से ले जाए लेकिन जाने से पहले वह उसे यह बताना चाहता है कि इस गांव के साथ-साथ आसपास के 30 गांव पर उसका कब्जा है और इसीलिए यहां पर सिर्फ उसका राज चलता है इसीलिए वो जाट से कहता है कि अभी तो वो इन लड़कियों को लेकर जा रहा है लेकिन आज शाम होते-होते वो खुद ही उसके पास आएगा एंड गिड़गिड़ाते हुए उससे जान की भीख मांगेगा लेकिन जाट उसकी बात को इग्नोर करता है एंड वो लड़कियों को लेकर वहां से चला जाता है अब जाट और लड़कियों के जाने के बाद ही राणा तंगा की मदर उससे पूछती है कि उस आदमी ने उसके छोटे भाई सोमोलू को बहुत बुरी तरह से मारा था सो इसीलिए यह सब होने के बाद भी राणा तंगा ने उसे यहां से जिंदा क्यों जाने दिया अपनी मदर की बात सुनकर राणा तंगा उनसे कहता है कि इस आदमी ने मेरे छोटे भाई को सबके सामने मारा था और इसीलिए अगर मैं इसे घर के अंदर मारता तो बाहर दुनिया को इसकी मौत के बारे में कुछ भी पता नहीं लगता और इसीलिए मैं पहले तो इसे इसके घुटनों पर लेकर आऊंगा एंड फिर उसके बाद इसे सबके सामने मारूंगा ताकि पूरी दुनिया को यह पता चल सके कि मेरे छोटे भाई पर हाथ उठाने का क्या अंजाम होता है बाकी दोस्तों अगर आप लोग यहां पर यह सोच रहे हैं कि राणा तंगा श्रीलंका से इंडिया तो अपने तीन भाइयों के साथ आया था तो फिर यहां पर उसकी वाइफ एंड उसकी मदर कहां से आ गई तो इसके लिए दोस्तों मैं आपको बता दूं कि जब राणा तुंगा ने धीरे-धीरे करके इंडिया में सेटल होना स्टार्ट किया और आसपास के सारे गांव पर अपना राज जमाया तब उसके बाद ही उसने अपनी पावर्स का इस्तेमाल करके अपनी मदर एंड अपनी वाइफ को श्रीलंका से इंडिया बुला लिया और फिर उसके बाद से ही वो उन्हें भी अपने साथ रखने लगा अब दोस्तों इसके बाद ही हम यह देखते हैं कि जैसे ही जाट सारी लड़कियों को लेकर बाहर निकलता है वैसे ही कुछ दूर जाने के बाद ही उस पर राणा तंगा के गुंडे हमला कर देते हैं और वैसे उस हमले के अंदर जाट उन सबको बीट तो कर देता है लेकिन उसी अटैक की वजह से एक लड़की बहुत ज्यादा घायल हो जाती है और फिर इसीलिए उस लड़की का इलाज करने के लिए वो लोग उसे गांव के अंदर ले जाते हैं और गांव वालों से मदद मांगते हैं लेकिन गांव के अंदर आने के बाद वो लोग यह देखते हैं कि जिस गांव के पास से वो लोग गुजर रहे थे वो पूरा गांव खाली है और उस पूरे गांव के अंदर एक भी आदमी नहीं है लेकिन तभी कुछ टाइम बाद ही उस गांव से एक अम्मा बाहर आती है और वह उस लड़की के लिए पानी लेकर आती है लेकिन वो लड़की पानी पीने से पहले ही मर जाती है और इसीलिए यह देखकर सारी लड़कियां और जाट सभी को बहुत दुख होता है लेकिन फिर इसके बाद ही जाट के मन में सवाल उठता है और फिर इसीलिए वो एसआई विजय लक्ष्मी से कहता है कि तुम मुझे बताओ कि आखिरकार यहां पर चल क्या रहा है आखिरकार यह पूरा का पूरा गांव खाली क्यों है और आखिर तुम इन लड़कियों के साथ मिलकर राणा तुंगा को अरेस्ट करने क्यों गई यह सब सुनकर विजय लक्ष्मी जाट को पूरी स्टोरी बताना स्टार्ट करती है वो जाट को बताती है कि राणा तंगा यहां का बहुत बड़ा गुंडा है और उसने आसपास के 30 गांव पर अपना कब्जा कर रखा है और इन सारे गांव वालों के ऊपर वो बहुत ज्यादा जुल्म करता है और यह सब करने से उसे यहां की ना तो पुलिस रोकती है ना ही सरकार लेकिन अभी बीते कुछ सालों से उन लोगों ने ये नोटिस किया था कि राणा तंगा यहां आसपास के गांव के बहुत सारे लोगों को मारने लगा था और उन सारे गांव वालों की लाशें हमें गांव के अलग-अलग हिस्सों में मिलती थी और इसी तरह से उसने कल के दिन भी 10-12 जवान लड़कों को मार दिया और उनके सर काट दिए लेकिन मैंने उनके परिवार वालों को यह भरोसा दिलाया कि मैं उन्हें इंसाफ दिलाऊंगी और इसीलिए उन लोगों ने यह गवाही दी कि यह सब राणा तुंगा ने किया है एंड इसीलिए मैं अपनी टीम लेकर उसे अरेस्ट करने गई थी लेकिन जब मैं उसे अरेस्ट करने उसके घर पहुंची तब उसकी वाइफ ने हमें कैप्चर कर लिया हम सबकी सारी यूनिफार्म फाड़ दी और राणा तंगा के गुंडों से हमारे साथ बहुत गलत काम करवाए लेकिन यह सब करने के बाद ही राणा तंगा की वाइफ हमसे मिलने आई और फिर उस टाइम पर उसने हमें एक बहुत ही बड़ी बात बताई राणा तुंगा के बारे में एक बहुत ही बड़ा सच और फिर उस सच को सुनकर हमें पता लगा कि आखिरकार राणा तंगा ने गांव वालों को अचानक से मारना क्यों शुरू कर दिया है क्योंकि असल में वो यह सब कर रहा है गांव वालों की जमीन के लिए अब असल में इन सब की शुरुआत हुई स्विट्जरलैंड के डिवोर्स से वहां स्विट्जरलैंड के डेवोर्स शहर के अंदर एक बहुत ही बड़े बिजनेसमैन ने आंध्र प्रदेश के लोकल मिनिस्टर से मीटिंग तय करी और उस मीटिंग के अंदर उसने मिनिस्टर को यह बताया कि असल में वो और उसकी कंपनी न्यूक्लियर बॉम्ब के प्रोजेक्ट्स के ऊपर काम करती है लेकिन जो न्यूक्लियर बॉम्ब्स होते हैं उन्हें बनाने में यूरेनियम का इस्तेमाल होता है और ये यूरेनियम पूरी दुनिया में बहुत ज्यादा रेयर है लेकिन कुछ टाइम पहले साइंटिस्टों ने यूरेनियम का अल्टरनेटिव निकाल लिया है एंड उसका नाम है थोरियम और हमारी रिसर्च और सेटेलाइट की इमेजज़ से हमें यह पता लगा है कि यह जो थोरियम है वह ऑस्ट्रेलिया और इंडिया के अरुणाचल प्रदेश के कोस्टल एरियाज में पाया जाता है और इंडिया के अरुणाचल प्रदेश के कोस्टल एरियाज में यह बहुत ज्यादा है और इसी वजह से हमें वहां की पूरी जमीन चाहिए ताकि हम वहां पर खुदाई करके वहां से सारा थोरियम निकाल सकें लेकिन अब क्योंकि ऐसा करने के लिए इंडियन गवर्नमेंट कभी भी अलाउ नहीं करेगी इसीलिए हम लोग यह चाहते हैं कि तुम यानी कि आंध्र प्रदेश के लोकल मिनिस्टर इस डील में हमारा साथ दो और हमें वह पूरी जमीन दिलवाओ जिसके बदले में हम तुम्हें मुंह मांगी कीमत देंगे अब पैसे की बात सुनकर वह मिनिस्टर बिक जाता है और इसीलिए वह बिज़नेसमैन को सीधा राणा तंगा से मिलवाता है और गांव खाली करवाने का जिम्मा राणा तंगा को सौंपता है एंड इस काम के लिए वह राणा तंगा को 25000 करोड़ ऑफर करता है जिसके बाद इतने सारे पैसे सुनकर राणा तंगा भी राजी हो जाता है और वो उस बड़े बिजनेसमैन के कहने पर आसपास के पूरे 30 गांव को खाली करवाने की गारंटी लेता है ताकि उसके बाद वो बिजनेसमैन वहां की पूरी जमीन से थोरियम एक्सट्रैक्ट कर सकें और अब ऐसा करने के लिए वो सारे गांव वालों को डराता धमकाता है ताकि वह चुपचाप अपने जमीन के पेपर्स पर साइन करके अपनी जमीन राणा तुंगा को दे दे लेकिन जो अपनी जमीन देने से राजी नहीं होता है उससे राणा तंगा या तो जबरन अंगूठा लगवा लेता है या फिर तब भी ना मारने पर वह उसे जान से मार देता है और उसे मारने के बाद उसकी जमीन के फेक पेपर्स बनवा लेता है और फिर इस तरह से धीरे-धीरे करके वह सारे गांव को हथियाना शुरू कर देता है और फिर दोस्तों यहीं पर ही हमें यह भी पता लगता है कि जिस छोटी बच्ची ने प्रेसिडेंट को लेटर लिखा था वो भी इन्हीं में से किसी गांव की थी एक ऐसा गांव जहां के लोग अपनी जमीन को राणा तंगा को नहीं सौंपना चाहते थे और राणा तुंगा उनसे जबरन अंगूठा ना लगवा ले इसके लिए उन्होंने अंगूठा काट के प्रेसिडेंट को भेजा था और प्रेसिडेंट से मदद की गुहार लगाई थी कि वो उन्हें बचाने आए लेकिन आखिर में राणा तंगा ने उन सबको भी जान से मार दिया और फिर जब इसी मर्डर केस के सिलसिले में विजय लक्ष्मी राणा तंगा को अरेस्ट करने उसके घर गई तब उसकी वाइफ ने उन सबको वहां पर बंदी बना लिया अब दोस्तों इसके बाद ही स्टोरी एंड होती है और जाट को पूरी कहानी पता लगती है और फिर इसीलिए यह सारी कहानी जानकर जाट यह कसम खाता है कि अब वो राणा तुंगा के आतंक से सारे गांव वालों को बचाएगा और जिन गांव वालों को राणा तुंगा ने मार दिया है उनका बदला राणा तुंगा से लेगा और राणा तुंगा को खत्म करेगा लेकिन अब इन सब के बाद ही जाट सारी लड़कियों को लेकर पुलिस स्टेशन जाता है और वहां पर उनके साथ जो भी हुआ है उसकी कंप्लेंट फाइल करवाता है लेकिन यहां स्टेशन में जैसे ही वो कंप्लेन में सोमोलू और राणा तुंगा का नाम लेता है वैसे ही यहां का पुलिस इंस्पेक्टर शॉक हो जाता है और अब क्योंकि वो भी राणा तुंगा का आदमी होता है इसीलिए वो जल्दी से राणा तुंगा के भाई सोमोलू को फोन करता है और उसे जाट के बारे में बताता है जिसके बाद सोमोलू यह कहता है कि वो उसे थाने में पकड़ के रखे वो उसे खत्म करने आ रहा है इसके बाद ही सोमोलू अपने गुंडे लेकर थाने की ओर निकल जाता है और यहां थाने में पुलिस इंस्पेक्टर जाट को कैप्चर करवा लेता है और अपने पुलिस वालों के जरिए उसे जंजीरों से बंधवा देता है इसके बाद ही सोमोलू अपने गुंडों के साथ स्टेशन आता है और वो जाट पर हमला करके उसे मारने की कोशिश करता है लेकिन अब क्योंकि जाट तो जाट है इसीलिए वो अपने आप को आजाद करता है और सोमोलू एंड उसके सारे गुंडों को पीटने के साथ ही राणा तंगा के दोनों भाइयों को भी मार देता है और साथ ही साथ पुलिस इंस्पेक्टर को भी मार देता है क्योंकि वो भी राणा तुंगा का आदमी था और फिर इसके बाद वो सारी लड़कियों को लेकर वहां से निकल जाता है इसके बाद राणा तुंगा को जैसे इन सब के बारे में पता लगता है वैसे ही वो जल्दी से पुलिस स्टेशन आता है और वहां पर आकर अपने तीनों भाइयों की लाश देखता है और इसीलिए यह सब देखकर उसे बहुत गुस्सा आता है एंड इसीलिए वो भी यह डिसाइड करता है कि अब वो जाट को खत्म कर देगा हालांकि दोस्तों इन्हीं सबके बीच-बीच में हमें सीबीआई ऑफिसर सत्यमूर्ति भी दिखता रहता है और हम यह जानते हैं कि अब वह आंध्र प्रदेश पहुंच चुका है एंड यहां आकर वह भी राणा तंगा के बारे में सब कुछ जान जाता है और उसे पता चल जाता है कि आसपास के 30 गांव के ऊपर राणा तुंगा का राज है लेकिन राणा तंगा की हिस्ट्री और उसके बैकग्राउंड को जानने के लिए सीबीआई ऑफिसर सत्यमूर्ति राणा तंगा की फोटो एंड उसकी पूरी डिटेल्स को सीबीआई हेड क्वार्टर्स में भेजता है और फिर सीबीआई के इंटेलिजेंस की मदद से सत्यमूर्ति को फोन पर यह पता लगता है कि असल में जिस राणा तंगा के पीछे वो आंध्र प्रदेश के आए वो कोई लोकल या फिर मामूली गुंडा नहीं है बल्कि असल में वह तो इंडियन ही नहीं है वह बिलोंग करता है श्रीलंका से और श्रीलंका के अंदर वह जाफरा टाइगरर्स नाम के एक टेररिस्ट ग्रुप का डेपुटी कमांडर था जिसने कि श्रीलंका से लेकर इंडिया तक कई सारे टेररिस्ट वाले काम किए थे लेकिन आगे चलकर उसे उसके ग्रुप वालों ने निकाल दिया जिसके बाद वो श्रीलंका से भागकर इंडिया आ गया और यहां पर एक करप्ट पुलिस ऑफिसर की मदद से उसने अपने लिए इंडियन आईडी बनवा ली और इंडियन बनकर यहीं पर रहने लगा और इसीलिए सीबीआई ऑफिसर सत्यमूर्ति का जिससे सामना होने वाला है वो कोई आम इंसान नहीं है बल्कि वो एक बहुत ही खतरनाक टेररिस्ट है अब सीबीआई ऑफिसर सत्यमूर्ति को जैसे ही यह पता लगता है कि राणा तंगा एक बहुत ही बड़ा टेररिस्ट है इसीलिए वो उसे कैप्चर करने के लिए सीधा इंडियन आर्मी के हेड क्वार्टर्स में फोन करता है और इंडियन आर्मी के हेड से यह कहता है कि उसे एक बहुत ही बड़े आतंकवादी को पकड़ना है और ऐसा करने के लिए उसे स्पेशल फोर्सेस चाहिए लेकिन इंडियन आर्मी के हेडफोन पर उसे बताता है कि इस टाइम पर स्पेशल फोर्सेस के कोई भी सोल्जर अवेलेबल नहीं है और वो इसीलिए क्योंकि सीबीआई ऑफिसर सत्यमूर्ति इस टाइम पर आंध्र प्रदेश के बहुत ही कोने वाले गांव में है इसीलिए वहां पर किसी भी स्पेशल फ़ को भेजने में उन्हें कम से कम कई घंटे लगेंगे लेकिन सीबीआई ऑफिसर सत्यमूर्ति कहता है कि उसके पास ज्यादा वक्त नहीं है और उसे जल्द से जल्द राणा तुंगा को कैप्चर करना है लेकिन इस बात को सुनकर इंडियन आर्मी का हेड उसे कहता है कि अगर ऐसी बात है तो उसकी मदद एक आदमी कर सकता है जो कि असल में इंडियन आर्मी के स्पेशल फोर्सेस का हिस्सा है और स्पेशल फोर्सेस का वो जांबाज ऑफिसर इस टाइम पर उसके काफी पास है एंड इसीलिए वो लोग उसे इनफॉर्म कर देंगे ताकि वो जाकर राणा तुंगा को कैप्चर कर लें लेकिन यह बात सुनकर सीबी ऑफिसर सत्यमूर्ति कहता है कि राणा तंगा बहुत ही खतरनाक टेररिस्ट है और उसके साथ उसके बहुत सारे गुंडे भी हैं इसीलिए स्पेशल फ़ का एक जवान उसे पकड़ नहीं सकता है लेकिन इस बात को सुनकर इंडियन आर्मी का हेड उससे कहता है कि असल में वो स्पेशल फोर्सेस के जिस सोल्जर की बात कर रहा है वो अकेला ही पूरी आर्मी के बराबर है और उसने सालों तक इंडियन आर्मी में रहकर बहुत सारे बड़े-बड़े ऑपरेशंस किए हैं और हर एक ऑपरेशन को पूरी तरह से सक्सेसफुल पूरा किया है और फिर दोस्तों इसके जस्ट बाद ही यह बात रिवील होती है कि स्पेशल फोर्सेस का ये खास ऑफिसर और कोई नहीं बल्कि सनी देओल है यानी कि जाट और यह इंडियन आर्मी में एक ब्रिगेडियर है जिसका पूरा नाम है ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह जो कि बिलोंग करता है जाट रेजीमेंट से और इसीलिए ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह राणा तुंगा को कैप्चर कर सकता है एंड इसीलिए वो लोग राणा तंगा के बारे में उसे इन्फॉर्म कर देंगे अब दोस्तों इसके बाद ही हम यह देखते हैं कि जाट को यानी कि ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह को राणा तुंगा को पकड़ने के बारे में इंडियन आर्मी से भी ऑर्डर्स मिल जाते हैं एंड इसीलिए वो जल्दी से उसे पकड़ने निकलता है लेकिन दोस्तों इसी टाइम पर हम दूसरी साइड राणा तंगा को देखते हैं जिसने एक पूरे गांव के सारे लोगों को पकड़ लिया था और दोस्तों यह वही वाला गांव था जिस गांव को जाट ने पूरा खाली देखा था असल में इस गांव के लोग राणा तुंगा से ज्यादा डर नहीं रहे थे और उसके नाम अपनी जमीन नहीं कर रहे थे और ऐसा करने के लिए राणा तुंगा ने यहां के कई लोगों को मारा तो था लेकिन तब भी गांव वाले उसके सामने झुक नहीं रहे और इसीलिए राणा तंगा इस गांव के सारे लोगों को कैप्चर कर लेता है ताकि वह इस पूरे गांव को ही मार दे और यहां पर हम यह देखते भी हैं कि यह बारी-बारी करके गांव वालों को मारने भी लगता है लेकिन कुछ लोगों के मरते ही हम यह देखते हैं कि वहां पर जाट आ जाता है यानी कि ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह और फिर उसके वहां पर आने के बाद ही वह सबसे पहले राणा तुंगा के सारे गुंडों को पीटता है देन उसके बाद वो फाइट करता है राणा तुंगा से और फाइट के अंदर वो राणा तुंगा को हरा देता है जिसके बाद जिस गांव के लोगों को राणा तंगा ने कैप्चर किया था वो सब मिलकर राणा तुंगा के गले में जंजीर बांध देते हैं और जंजीर से लटका के उसे जान से मार देते हैं यानी कि राणा तंगा का दी एंड हालांकि इसी टाइम पर वहां पर सीबी ऑफिसर सत्यमूर्ति भी आ जाता है और वह यहां पर जाट से मिलकर यहां की सारी जानकारी ले लेता है जिसके बाद वह सीधा प्रेसिडेंट को फोन करता है एंड सारी रिपोर्ट उन्हें देता है और साथ ही सीबी ऑफिसर सत्यमूर्ति प्रेसिडेंट को भी यह बताता है कि राणा तंगा जैसे आतंकवादी को मारकर यहां के सारे गांव वालों को बचाने के इस मिशन को ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह ने अकेले ही पूरा कर दिया है और इसके लिए सभी लोग ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह को थैंक्स बोलते हैं जिसके बाद दोस्तों हम यह देखते हैं कि यह पूरी मूवी यहीं पर एंड हो जाती है तो दोस्तों यह थी वीडियो जाट मूवी की स्टोरी के ऊपर अगर आपको इस मूवी की स्टोरी और हमारी वीडियो पसंद आई हो तो आप वीडियो को लाइक करना चैनल को सब्सक्राइब नहीं करा तो जल्दी से सब्सक्राइब कर लेना और ऐसी और भी कमाल की वीडियोस को देखने के लिए हमारे चैनल को जरूर चेक आउट करना बाकी दोस्तों मैं मिलता हूं आपसे ऐसी किसी और बेहतरीन वीडियो में तब तक के लिए गुड बा


Comments

Popular posts from this blog

Crushology 101 (2025) Episode 1 Korean Drama Script

Pravinkoodu Shappu Movie Explained in Hindi |Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Mystery Explained in Hindi |Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Script | Pravinkoodu Shappu Malayalam Movie Synopsis| Pravinkoodu ShappuMalayalam Movie Transcript